


-रायसेन जिले में एक बार फिर धर्मांतरण का मामला सामने आया है जहां जिला मुख्यालय के देहगांव देवनगर थाने के अंतर्गत आने वाले ग्राम महुआखेड़ा घटा कछार में एक महिला सहित दो पुरुषों को गरीब आदिवासियों को धर्मांतरण के लिए प्रेरित करते और ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार करते पुलिस ने पकड़ा।
-रायसेन जिला मुख्यालय के देहगांव ( देवनगर ) थाने के अंतर्गत आने वाले ग्राम महुआखेड़ा घटा कछार में छतर सिंह आदिवासी की सूचना पर एसडीओपी आलोक श्रीवास्तव और पुलिस टीम ने पहुंचकर एक महिला सीसी थॉमस, ऐके थॉमस और एक अन्य आरोपी गणपत आदिवासी को गरीब आदिवासी ग्रामीणों को धर्मांतरण करने के लिए प्रेरित करने और धर्मांतरण का लालच देते हुए पकड़ा आपको बता दें कि तीनों आरोपी गरीब आदिवासी ग्रामीणों को पैसे का लालच दे रहे थे तो वहीं बेहतर शिक्षा दिलाने और ईसाई धर्म ग्रहण करने के बाद बीमारी से जल्द ठीक होने की बात कर रहे थे इनके पास से पुलिस ने बाइबल ग्रन्थ और ईसाई धर्म ग्रहण कराने के कई सामान भी जप्त किए है।ये तीनों ही गरीब आदिवासी ग्रामीणों से ईसाई धर्म की प्रार्थना का पालन करा रहे थे।एसडीओपी आलोक श्रीवास्तव और उनकी टीम ने तत्काल तीनों आरोपियों को अभीरक्षा में लिया और उनके खिलाफ धर्मांतरण करने का मामला दर्ज किया है आपको बता दें कि हिंदू संगठनों को जैसे ही इस बात की सूचना मिली वो भी पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और तीनों ही आरोपियों को पुलिस थाने लाई और इसके बाद जो बात सामने निकल कर आई वह यह की इन सभी तीनों आरोपियों ने गरीब आदिवासियों को ईसाई धर्मांतरण करने के बाद कभी बीमार नहीं पढ़ने की बात कही थी तो वही उनके बच्चों को बड़े मिशनरी स्कूल में शिक्षा दिलाने तथा लाखों रुपए देने की बात कर रहे थे इसके बाद छतर सिंह आदिवासी की सूचना पर पुलिस ने इन तीनों को धर्मांतरण कराते रंगे हाथों पकड़ा एसडीओपी आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि इन तीनों को अभीरक्षा में लिया है जिनके पास से बाइबिल ग्रंथ तथा धर्मांतरण कराने का सामान मिला है,पंडित बद्री प्रसाद शर्मा ने बताया कि सूचना मिली थी कि कुछ लोग धर्मांतरण कर रहे हैं सभी हिंदूवादी संगठनों के साथ वहां पहुंचे और और एक महिला सहित दो पुरुषों को रंगे हाथों पकड़ा है आपको बता दें कि विगत 1 साल पहले भी बाल कल्याण आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने सुल्तानपुर के ईंटखेड़ी और अब्दुल्लागंज क्षेत्र में धर्मांतरण कराने के मामले उजागर किए थे जिसके बाद प्रशासन की मुस्तादी से यह मामले रुके थे लेकिन अब एक बार फिर रायसेन जिले में धर्मांतरण कराने के मामले सामने आने लगे हैं अब देखना होगा कि इन पर क्या कार्रवाई होगी।