

जन सहयोग से निर्माण की गई लाखों की पुलिस चौकी नगर परिषद ने फेंकी कबाड़ में उसी स्थान पर छोटा सा बना दिया पुलिस सहायता केंद्र जिसपर सब्जी दुकान दार कब्जा कर लगा रहे सब्जी की दुकान चारों तरफ हुआ अतिक्रमण =
अतिक्रमण रोकने में नगर परिषद न काम।।
=सुल्तानपुर । नगर बस स्टैंड पर जनता को तत्काल सुरक्षा देने के लिए नगर परिषद सुल्तानपुर द्वारा बनाए गए पुलिस सहायता केंद्र में अब चारों तरफ कब्जा कर सब्जी की दुकान चला रहे है। नगर के लोगो के लिए आदत बन चुकी है की जहां सरकारी जगह खाली देखी वहां पर अतिक्रमण सब्जी की दुकान लगा लेते हे या हाथ ठेले खड़े कर लेते हे अतिक्रमण करने में पीछे नहीं हटते है। अतिक्रमण के चलते आज नगर के हाल बहुत खराब है।इस में कोई शक नही है नगर के बस स्टैंड चौराहे पर पुलिस सहायता केंद्र कोरोना के समय थाना प्रभारी सुल्तानपुर रमजी उसके के समय जन सहयोग से इस पुलिस सहायता केंद्र निर्माण करवाया गया था जिसकी कीमत लग भाग 2 से तीन लाख रुपए आई थी जिम टाइल्स पंखे कुर्सी भी लगवाई गई थी जिसने नगर परिषद के गैर जिम्मेदार अधिकारियों ने कबाड़ में फेक दिया और छोटी सी चौकी का निर्माण करवा दिया पुलिस विभाग ने जन हित में बहुत अच्छा काम किया है।विशेष कर सुल्तानपुर पुलिस के जवानों को वहां ड्यूटी पर भी तैनात किया जाता थे नगर परिषद की इस लापरवाही से । समय के साथ सब्जी वालो ने पहले सहायता केंद्र के सामने सब्जी के ठेला लगाना शुरू कर दिए बाद मे सहयता केंद्र में भी सब्जी लगाने का सुरक्षित स्थान बना लिए। वैसे तो आए दिन नगर परिषद प्रशासन द्वारा नगर में अतिक्रमण हटाने का आए दिन दिखावा किया जाता हे किंतु अभी तक कोई अच्छा परिणाम सामने नहीं आया है जब के पूरा नगर सुल्तानपुर अतिक्रमण की चपेट में है जब के बड़े बड़े अतिक्रमण नागर परिषद खुद करवा रही हैं अतिक्रमण मुक्त करवाने के नाम पर नगर परिषद अभी तक शून्य साबित हुई है सिर्फ फोटू शूट कर एफबी पे डालने में जरूर नंबर वन हो सकती हैं विकास और स्वच्छता अभियान के मामले में जीरो हैं । ये नगर परिषद एक अंधेर नगरी की तरह चल रही हैं इस परिषद में शासकीय अधिकारी कर्मचारियों की कोई बखत वैल्यू नहीं है यहां तो सिर्फ डेली वेजेस कर्मचारियों का बोल बाला है यहां के डिलीवेजेस कर्मचारी मनमर्जी से ड्यूटी करें या बिलीचिंग पोडर चोरी करें या कुछ भी हेर फेर करें यहां तो इनपर कोई कार्यवाही नहीं की जाती बल्कि उनको पूरा संरक्षण दिया जाता है जब परिषद के अधिकारी ही इनको इतना सहयोग प्रदान करेंगे और शासकीय संपति पर कब्जा होते देख आंखें मूंदे रहेंगे तो नगर में कैसे विकास होगा अतिक्रमण धारी अपना कब्जा कैसे छोड़ेंगे यहां तो सूत्रों से खबर ये भी मिलती है जितने भी कब्जा धारी हैं वो किसी न किसी पार्टी से जुड़े हुए हे अगर कोई कार्यवाही की जाती है तो नेता गिरी हावी होती दिखती हैं अधिकारियों पर और मामले को वही ठंडा कर दिया जाता है छूट भैया नेता भी कार्यवाही रुक वाने में शामिल रहते हैं ====
शायद कोरोना के समय नगर परिषद ने सहायता केंद्र बनाया था।इसको मैं तत्काल दिखाता हु । जो भी दोषी पाया जायेंगे उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही करूंगा।
अशोक सिंह ठाकुरमुख्य नगर पंचायत
अधिकारी, सुल्तानपुर=

संवाददाता रामचरण मैथिल