वार्षिक परीक्षा: एमपी बोर्ड ने बनाया 20 बच्चों की निगरानी के लिए एक शिक्षक की ड्यूटी का नियम
94 हजार बच्चों के साथ शिक्षकों और अफसरों की परीक्षा की घड़ी
फरवरी में बोर्ड परीक्षाओं के साथ-साथ 9वीं, 11वीं और 5वीं, 8वीं की भी होगी परीक्षा
रायसेन।एमपी बोर्ड के छात्र छात्राओं की वार्षिक इम्तिहान की घड़ी अब नजदीक आ रही है।इसके साथ ही शिक्षकों का भी इम्तिहान भी होगा।
इस तरह करनी होगी व्यवस्था….
इन सभी परीक्षाओं के लिए भारी इंतजाम करने होंगे। शिक्षकों की कमी को देखते हुए सिर्फ बोर्ड परीक्षा यानी 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में ही छात्र-शिक्षक अनुपात का पालन हो सकेगा। यानी 20 बच्चों पर एक शिक्षक की परीक्षा कक्ष में ड्यूटी लगेगी। बाकी परीक्षाओं में 35 से 45 बच्चों पर एक शिक्षक की ड्यूटी लगानी पड़ेगी। क्योंकि कक्षा 1, 2, 3, 4 और कक्षा 6 व 7 का अध्यापन कार्य भी जारी रखना होगा। इस तरह कार्यरत 6030 शिक्षकों के हवाले पूरी व्यवस्था रहेगी। इन परीक्षाओं के दौरान बड़ी संख्या में शिक्षकों को डबल ड्यूटी भी करनी पड़ सकती है।
डीईओ डीडी रजक ने बताया कि अप्रैल महीने में नया शिक्षा सत्र शुरू होना है। इस वजह से फरवरी में प्रमुख परीक्षाएं शुरू हो रही हैं और 30 मार्च तक यह समाप्त हो जाएगी।
इनका कहना है….
शिक्षण संचालनालय भोपाल इस बार एक अप्रेल से पूरी तैयारी के साथ शिक्षा सत्र शुरू करेगा। परीक्षाओं के दौरान पूरी व्यवस्था बेहतर रहेगी। इसे लेकर हम सभी स्कूल प्रभारियों की बैठक लेंगे और उन्हें बेहतर व्यवस्था बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।डीडी रजक डीईओ
दसवीं बारहवीं बोर्ड की परीक्षा फरवरी में…
माह फरवरी में दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। इस अवधि में 94 हजार छात्र-छात्राओं को परीक्षा दिलाई जाएगी। यह परीक्षा जिला शिक्षा विभाग के लिए बड़ी चुनौती होगी। क्योंकि फरवरी और मार्च में ही बोर्ड के साथ 5वीं, और 8वीं की परीक्षाएं भी होंगी। इधर लोकल परीक्षा 9वीं और 11वीं का भी टाइम टेबल जारी कर दिया है। इस वजह से सभी स्कूलों में परीक्षाएं होंगी। बोर्ड ने परीक्षाओं को लेकर जो दिशा-निर्देशिका जारी की है।