राजधानी में हुई आज एमडी ड्रग्स को लेकर बड़ी कार्रवाई में मध्य प्रदेश पुलिस का एक्शन।
भोपाल पुलिस द्वारा फैक्ट्री के मालिकों एस.के.सिंह और जयदीप के विरुद्ध धारा 223 BNS का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
कटारा हिल्स क्षेत्र के प्लाट नम्बर 63 बगरौदा पठार बन्द फैक्ट्री( टीन शेड में संचालित फैक्ट्री ) में यह ओद्योगिक प्लाट वर्ष 2017-18 में इद्योग विभाग द्वारा अलाट किये गये जो 2022 में बन कर तैयार हुए ।एमपीआईडीसी के डेटा के अनुसार यह प्लाट मेसर्स वास्तुकार प्रोप्राइटर के नाम से रजिस्टर्ड है,जिसका मालिक जयदीप सिंह मूल रूप से है ।दो वर्ष बाद यह प्लाट एक भेल के रिटायर्ड कर्मचारी श्री एस.के.सिंह निवासी भोपाल को बेच दिया गया, जिसने 06 माह पहले अमित चतुर्वेदी निवासी कोटरा सुल्तानाबाद को किराये पर दिया।जिसके द्वारा फैक्ट्री मे अवैध कार्य किया गया।
लेकिन इस संबंध मे ना ही ए.के. वी. न. और ना ही संबंधित पुलिस को सूचना नहीं दी गई ।
पुलिस commisoner भोपाल के आदेश क्र-पु. उपा/ आ सू सू/सुरक्षा शाखा/भो/693/24 दिनांक-17/08/24 को पारित आदेश का उल्लंघन है, जिसमें नौकर, कारीगर, सहायक निर्माण आदि की मजदूरी मे लगे व्यक्तियों की जानकारी देना शामिल था, लेकिन मालिकों द्वारा इस संबंध मे कोई सूचना पुलिस को नहीं दी गई । जिस पर से धारा-163 BNSS के तहत जारी वैध आदेश के उल्लंघन पर भोपाल पुलिस थाना-कटारा हिल्स द्वारा धारा 223 BNS 2023 का अपराध पंजीबद्ध किया गया ।
अपडेट
बंद फैक्ट्री में बना रहे थे आरोपी ड्रग्स।
गुजरात के सूरत में पकड़ाए आरोपियों से मिली लिंक के बाद राजधानी भोपाल में हुई कार्रवाई।
मामले में दो आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार।
एक आरोपी भोपाल दूसरा नासिक का रहने वाला बताया जा रहा है।
गिरफतार आरोपियों में से एक आरोपी 2 महीने पहले ही आया जेल है से बाहर।
मुंबई के अर्थर रोड जेल में पिछले 5 साल से था बंद।
गुजरात ATS और NCB दोनों आरोपियों को लेकर भोपाल से हुई रवाना।
6 महीने पहले आरोपियों ने ली थी फैक्ट्री किराए पर।
3 से 4 फैक्ट्री में बनाई जा रही थी ड्रग्स।
करीब 25 किलो एमडी रोज बनाई जाती थी।
ड्रग्स बनाने की सामग्री भी गुजरात एटीएस ने की जब्त।
907 किलो एमडी जिनके अंतरराष्ट्रीय कीमत 1800 करोड रुपए बताई जा रही है।
करीब 5000 किलोग्राम ड्रग्स बनाने की सामग्री जप्त।
ग्राइंडर्स, मोटर्स, ग्लासफ्लॉस, हीटर्स को किया जब्त।
भोपाल
राजधानी में 1800 करोड़ रुपये के एमडी ड्रग मामले में अरुण यादव का ट्वीट
ड्रग माफिया निकला भाजपाई, उपमुख्यमंत्री का करीबी है
मोदी जी तो कांग्रेस पर झूठे आरोप लगा रहे थे, मगर भोपाल में भाजपा नेता ड्रग में पकड़े गए
साथ ही पुलिस एवं इंटेलिजेंस पर कसा तंज, भाजपाई था इसीलिए पता नहीं चल पाया होगा
भोपाल में 1800 करोड़ रुपये की एमडी ड्रग का सरगना निकला भाजपाई !
मोदी जी आप तो कांग्रेस पर झूठे आरोप लगा रहे थे, मगर मप्र में तो करोड़ों रुपये की एमडी ड्रग के मामले में भाजपा वाले ही पकड़ में आ रहे हैं ।
मुझे तो लगता है इसीलिए मप्र पुलिस एवं इंटेलिजेंस को पता नहीं चल पाया होगा ।
कल मध्य प्रदेश के भोपाल में ड्रग्स का जखीरा मिला। इसकी कीमत 1800 करोड़ रुपए से ज्यादा बताई जा रही है।
अब इससे जुड़ा एक नया खुलासा हुआ है- इस मामले में पकड़ा गया ‘ड्रग्स का सौदागर’ हरीश आंजना BJP का सक्रिय कार्यकर्ता है।
हरीश आंजना की पहुंच सीधे मध्य प्रदेश की BJP सरकार के डिप्टी CM जगदीश देवड़ा तक है। ये ड्रग्स का सौदागर डिप्टी CM का खासम-खास है।
मंदसौर और भोपाल के लोग बताते हैं कि हरीश घूम-घूमकर कहता था- मेरी पहुंच BJP के टॉप लीडरशिप तक है। इसी आधार पर वो अधिकारियों पर दबाव बनाता रहा और ड्रग्स का अपना धंधा चलाता रहा।
सवाल है:


- इस ड्रग्स के सौदागर के पीछे कौन से बड़े लोग हैं?
- BJP का ये नेता इतने बड़े स्तर पर ड्रग्स का कारोबार चला रहा था और किसी को पता तक नहीं चला। आखिर इन्हें कौन संरक्षण दे रहा था?
- अडानी पोर्ट से लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में ड्रग्स की खेप पकड़ी जा रही है। कौन है जो ड्रग्स सप्लाई कर रहा है?