
ग्रामीणों की मांग पर हुए 20लाख स्वीकृत पर सड़क निर्माण किया गलत दिशा में ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा सड़क निर्माण का लाभ
ग्रामीण पुनः अनशन करने को हो गए मजबूर मुख्यमंत्री से लगाई न्याय की गुहार


देवरी कला देवरी जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत खमरिया में इंदिरा कालोनीवासियों की मांग थी कि खमरिया ग्राम को महाराजपुर पहुंच मार्ग से सुगम रास्ता तैयार कराया जाए परंतु सरपंच द्वारा ग्राम को महाराजपुर मार्ग से ना जोड़कर ग्राम खमरिया से होते हुए हाईवे की तरफ जोड़ा गया है जिससे ग्रामीणों में असंतोष व्याप्त है ग्रामीणों ने मांग की है कि सड़क का रूट प्लान जो ग्रामीणों ने तैयार करवाया था कि था खमरिया इंदिरा कॉलोनी निवासी व्यक्तियों को महाराजपुर पहुंच मार्ग जो कि सकरा और कीचड़युक्त है उसे चौड़ा कर सड़क का निर्माण होना था परंतु ऐसा नहीं हो पाया कहीं ना कहीं शासन की राशि का दुरुपयोग कर सरपंच द्वारा गलत जगह गलत दिशा पर सड़क का निर्माण हुआ है सभी ग्रामीणों की मांग है कि हमें न्याय दिलाया जाए और हमें महाराजपुर जहां पर स्वास्थ्य एवं शिक्षा तथा पुलिस आदि की सुविधा उपलब्ध है उसे जगह से जोड़ा जाए ताकि ग्रामीणों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े अन्यथा दोबारा से सारे ग्रामीण भूख हड़ताल पर बैठने के लिए विवस रहेंगे जानकारी के अनुसार एक साल पहले ग्राम पंचायत खमरिया के इंदिरा कॉलोनी के निवासियों द्वारा भूख हड़ताल कर रोड नहीं तो वोट नहीं के नारे के तर्ज पर अनशन किया था तब तात्कालिक मंत्री पंडित गोपाल भार्गव द्वारा सड़क स्वीकृति आश्वासन देकर अनशन खत्म करवाया गया था जिसके परिणामस्वरूप चुनाव आचार संहिता के कारण तत्काल सड़क स्वीकृति नहीं हो पाई थी परंतु आनन फानन में सागर कलेक्टर दीपक आर्य ने देवरी जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत खमरिया को 20 लाख रुपए की राशि सड़क निर्माण के लिए प्रदान की गई इसके बाद सरपंच द्वारा सड़क निर्माण को गलत दिशा में करवा कर ग्रामीणों को लाभ से वंचित कर दिया गया ग्रामीणों की मांग थी कि उन्हें मुख्यालय महाराजपुर से जोड़ा जाए परंतु इंदिरा कॉलोनी निवासियों को इंदिरा कॉलोनी से खमरिया मार्ग पर सड़क निर्माण कराया गया जिससे ग्रामीणों को किसी प्रकार का लाभ नहीं है और यह सड़क इतनी घटिया है कि पहले ही बारिश में ढह जाएगी क्योंकि ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया कि सड़क निर्माण में काली मिट्टी का उपयोग कर कम मात्रा में मुरम डाली गई है और सड़क निर्माण में किसी प्रकार की नाली का निर्माण नहीं हुआ है जिससे यह सड़क पानी के बाहर और कटाव को झेल नहीं पाएगी और जल्दी नष्ट होकर खत्म हो जाएगी और शासन का लाखों रुपए का नुकसान हो सकता है ग्रामीणों ने मांग की है कि उन्हें न्याय दिलाया जाए और सुविधा का लाभ दिलाया जाए।
