
पुस्वार धाम चैनपुर में भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया
तहसील सिलवानी के आदिवासी बहुल क्षेत्र पुस्वार धाम चैनपुर में
धरती आबा बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर आदिवासियो ने भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी तथा नमन किया। इस मौके पर क्षेत्र के आदिवासियो ने धरती आबा के बलिदान को याद किया सरपंच प्रतिनिधि पप्पू ठाकुर ने कहा, धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ जल, जंगल, जमीन की सुरक्षा की लड़ाई लड़ी। यहां के आदिवासी-मूलवासी के हक, अधिकार एवं अस्मिता की लड़ाई लड़ी। राज्य में जो सीएनटी बना है, बिरसा मुंडा की देन है। एसपीटी एक्ट बना है यह हमारे पूर्वजों का ही देन है। यह कानून राज्य के आदिवासी एवं मूलवासियों के लिए सुरक्षा कवच है सरपंच प्रतिनिधि पप्पू ठाकुर ने कहा कि आज के दिन हम सभी लोग धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को सहृदय याद करते हैं और उनके आदर्शों से प्रेरणा लेते हैं। ज्ञात हो कि बिरसा मुंडा जेल उद्यान में ही धरती आबा ने नौ जून 1900 को अंतिम सांस ली 1900 की रात में आनन-फानन में ब्रिटिश सरकार ने अंतिम संस्कार कर दिया था।
धर्मदास जी जनपथ सदस्य ने कहा कि धरती आबा के गांव उलिहातू में भी लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। बता दें कि बिरसा मुंडा आंदोलन के कारण ही सीएनटी एक्ट 1908 में अस्तित्व में आया। अंग्रेजों ने आदिवासियों के जल, जंगल, जमीन पर हक-अधिकार के लिए को लेकर यह कानून बनाया। धरती आबा के उलगुलान का यही हासिल था जो आज भी आदिवासियों का रक्षा कवच बना हुआ है इस मौके पर धर्मदास जी जनपथ सदस्य, भगवत सिंह ऊईके पूर्व सरपंच, महेश ककोडिया जनपथ सदस्य, सरपंच रमेश सल्लाम जी, रामलाल उइके,पप्पू ठाकुर सरपंच प्रतिनिधि,मस्तराम जी बीजेपी पूर्व युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष, चंदन सिंह,सत्यनारायण पंडा,चंदराज उइके* जी साहित क्षेत्र के बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के नागरिक मौजूद रहे