
असलम खान भोपाल
भोपाल के थाना निशातपुरा क्षेत्र में शनिवार को दो सगे भाइयों की निर्मम हत्या ने राजधानी की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बदमाशों ने घर में घुसकर ठेकेदार इमरान की चाकू मारकर हत्या कर दी, जबकि उनके भाई रईस मंसूरी ने हमीदिया अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस दिल दहला देने वाली घटना ने यह साफ कर दिया है कि अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि वे कानून को कोई डर नहीं मानते।
स्थानीय लोगों और मृतकों के परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि क्षेत्र में पहले से ही बदमाशों का आतंक बढ़ रहा था, लेकिन पुलिस इसे नजरअंदाज करती रही। कई बार शिकायतें दर्ज कराने के बावजूद पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। प्रशासन की लापरवाही का ही नतीजा है कि आज दो निर्दोष लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।
भोपाल में आए दिन बढ़ती आपराधिक घटनाएं यह साफ दर्शाती हैं कि पुलिस अपराधियों पर लगाम लगाने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है। शहर में चोरी, हत्या, लूटपाट जैसी घटनाएं आम हो गई हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन केवल कागजी कार्रवाई तक सीमित है।
लोगों का कहना है कि जब राजधानी में ही पुलिस अपराधियों को रोकने में असमर्थ है, तो अन्य इलाकों की स्थिति क्या होगी? सरकार और पुलिस प्रशासन के बड़े-बड़े दावों के बावजूद शहर में सुरक्षा का माहौल पूरी तरह बिगड़ चुका है। इस घटना ने न केवल पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं, बल्कि प्रशासनिक तंत्र की विफलता को भी उजागर कर दिया है।