


गुना
14 साल की बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म, 2 महीने तक दहशत में रहा परिवार आरोपी करते रहे निगरानी, ताकि पीडि़ता एफआईआर दर्ज न करा सकें
गुना जिले के म्याना कस्बे में लगभग 14 साल की बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी लगभग दो महीनों तक पीडि़त परिवार की निगरानी करते रहे, ताकि पीडि़त एफआईआर दर्ज नहीं करा सकें। हालांकि 8 नवंबर को बच्ची की नानी और परिजनों से मारपीट की गई, जिसके बाद पुलिस अस्पताल पहुंच गई और पीडि़त के बयान लेकर दो लोगों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक म्याना कस्बा निवासी नाबालिग के साथ लगभग दो महीने पहले सितम्बर माह में दो आरोपियों द्वारा दुष्कर्म की वारदात को उस समय अंजाम दिया गया था जब बच्ची की मां, पिता और बहन-भाई बाहर गए थे। बच्ची घर पर अकेली थी। नाबालिग को घर में अकेला पाकर पहले गांव के ही एक युवक ने दुष्कर्म किया। उसके बाद पड़ोस में रहने वाले एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति ने पीडि़त को डराया-धमकाया और उसका वीडियो बना लिया, जिसके दिखाकर नाबालिग पर दबाव बनाकर उसके साथ दुष्कर्म की सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया। पीडि़त परिवार का दावा है कि दुष्कर्म करने वाले पड़ोसी और एक अन्य आरोपी ने लगभग दो महीनों तक उनपर निगरानी रखी। वे सब्जी लेने के लिए भी बाजार तो तो उनका पीछा किया जाता। पूरा परिवार दशहत में था। 8 नवम्बर को पीडि़त की नानी घर आई, जो किसी बहाने से पुलिस अधीक्षक कार्यालय गुना पहुंच गई। पुलिस कार्रवाई करती इससे पहले ही म्याना लौटने पर पीडि़त परिवार पर आरोपी पड़ोसी ने हमला कर दिया। जिसके चलते पीडि़ता की नानी और अन्य परिजन घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। म्याना पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए अस्पताल में ही पीडि़ता के बयान दर्ज किए हैं और दो आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इनमें एक आरोपी पुलिस की हिरासत में है, दूसरे की तलाश की जा रही है। पीडि़ता को बाल कल्याण समिति द्वारा काउंसलिंग दी जा रही है। पुलिस ने पूरे परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने का भरोसा दिया है।
एसडीओपी