
रायसेन, 08 अक्टूबर 2024
जिले में 02 अक्टूबर से 08 अक्टूबर तक मनाए गए मद्य निषेध सप्ताह के रायसेन स्थित वन परिसर में आयोजित समापन कार्यक्रम का विधायक डॉ प्रभुराम चौधरी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री यशवंत मीणा तथा कलेक्टर श्री अरविंद दुबे द्वारा दीप प्रज्जवलन कर शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में विधायक डॉ चौधरी ने कहा कि नशा न केवल व्यक्ति के जीवन व स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है बल्कि यह परिवार, समाज और देश के लिए भी एक अभिशाप है। नशे की वजह से अनेक परिवारों को आर्थिक, सामाजिक और भावनात्मक स्तर पर बहुत सी कठिनाइयों को झेलना पड़ता है।
विधायक डॉ चौधरी ने कहा कि नशा शरीर को ही नहीं, समाज को भी खोखला करता है। नशे की लत से युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। इसकी रोकथाम बेहद जरूरी है। नशे के सेवन से मनुष्य की सोचने समझने की क्षमता समाप्त हो जाती है और कई बार वह अपराध की ओर अग्रसर हो जाता है। उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर नशामुक्त समाज का निर्माण करना है। उपस्थित बच्चों से विधायक डॉ चौधरी ने कहा कि बच्चों की बात माता-पिता, परिवार के अन्य सदस्य नही टालते हैं। यदि परिवार में कोई सदस्य नशीले पदार्थो का सेवन करता है तो उन्हें नशा नहीं करने की समझाईश दें।

कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री यशवंत मीणा ने कहा कि नशीले पदार्थो का सेवन मनुष्य के लिए सबसे बड़ा अभिशाप है। नशीले पदार्थों के सेवन से व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक हानि पहुंचने के साथ ही सामाजिक प्रतिष्ठा भी धूमिल होती है। उन्होंने कहा कि नशा कई गंभीर बीमारियों का कारण बनता है। साथ ही नशा करने से सोचने-समझने की शक्ति भी कम हो जाती है। नशे से व्यक्ति केवल रोगी ही नहीं बनता बल्कि समाज में अनेक विकृतियों को जन्म देता है। नशा व्यक्ति को दिग्भ्रमित कर देता है तथा व्यक्ति की सोचने-समझने की शक्ति नष्ट कर देता है।

कलेक्टर श्री अरविंद दुबे ने कहा कि जिले में 02 अक्टूबर से 08 अक्टूबर तक मनाए गए मद्य निषेध सप्ताह के तहत सम्पूर्ण जिले में नशामुक्ति संबंधी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से नागरिकों को नशीले पदार्थो का सेवन नहीं करने के लिए जागरूक किया गया। उन्होंने कहा कि नशा एक सामजिक कुरीति है। सभी को मिलकर नशामुक्त समाज का निर्माण करना है। इसके लिए नागरिकों को नशे के सेवन से होने वाले नुकसान, दुष्परिणामों की जानकारी देते हुए नशा छोड़ने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि परिवार, देश और समाज को नशामुक्त करने के लिए सभी लोगों को मद्यपान, नशीले पदार्थो का सेवन नहीं करने का संकल्प लेना चाहिए। इसके साथ ही अपने आसपास सभी लोगों को भी नशा नहीं करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। कार्यक्रम में जिला पंचायत सीईओ श्रीमती अंजू पवन भदौरिया तथा समाजसेवी श्री राकेश शर्मा ने भी नशामुक्ति विषय पर संबोधित किया। सामाजिक न्याय विभाग के उप संचालक श्री मनोज बॉथम द्वारा मद्य निषेध सप्ताह आयोजन तथा जिले में नशामुक्ति हेतु संचालित की रहीं गतिविधियों के बारे में बताया गया।

विधायक डॉ चौधरी ने दिलाया नशा नहीं करने का संकल्प

कार्यक्रम में विधायक डॉ चौधरी द्वारा सभी को नशामुक्ति का संकल्प दिलाया गया। सभी ने संकल्प लिया कि मैं कभी भी किसी भी प्रकार के नशे का सेवन नहीं करूगां और दूसरों को भी नशा नहीं करने के लिए प्रेरित करूगां। साथ ही नशे में संलिप्त व्यक्ति को नशा छोड़ने के लिए जागरूक करूगां।
नशामुक्ति हेतु जागरूकता नाटक की प्रस्तुति

कार्यक्रम में नशामुक्ति हेतु जनजागरूकता के लिए नाटक का मंचन भी किया गया। साथ ही कार्यक्रम स्थल पर लगाई गई नशामुक्ति संबंधी प्रदर्शनी का अतिथियों द्वारा अवलोकन भी किया गया।
विजेताओं को किया गया पुरस्कृत



जिले में 02 अक्टूबर से 08 अक्टूबर तक नशामुक्ति हेतु जनजागरूकता के लिए आयोजित की गईं मैराथन दौड़, निबंध लेखन, स्लोगन, परिचर्चा सहित अन्य प्रतियोगिताओं के विजेताओं को ट्राफी और मैडल देकर पुरस्कृत किया गया। गत दिवस सांची में आयोजित मैराथन दौड़ में महिला वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर कु सपना विदिशा को पुरस्कार राशि 5000 रू, द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर अमृता अहिवार सांची को पुरस्कार राशि 3000 रू एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने पर कु. मुस्कान सांची को 1000 रू राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की गई। इसी प्रकार पुरूष वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर अंकित वर्मा को 5000 रू, द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर नीरज सोलंकी को 3000 रू तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने पर सुरेन्द्र सिंह को 1000 रू की राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की गई। इसके अतिरिक्त निबंध लेखन, स्लोगन, वाद-विवाद सहित अन्य प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया।