



जंगलों को काटकर बनाए जा रहे खेत डिप्टी रेंजर नाकेदार की मिली भगत से चल रहा पेड़ कटकर खेत बनाने का कार्य
संवाददाता राम चरण मैथिल




वन मंडल ओबेदुल्लागंज वन परिक्षेत्र चिकलोद रेंज की बिट सोथर सोसाइटी जाने वाले रोड से खोह भूरी टेकरी के जंगल में सैंकड़ों की तादात में बड़े बड़े सागोन के हरे भरें वृक्ष काटकर खेत बनाई जा रहे है भूरी टेकरी में वन माफिया लगातार सागोन के पेड़ काटकर जमीन त्यार कर रहे हैं वन माफिया द्वारा कई दिनों से जंगलों को काटकर खेत बनाने का कार्य चल रहा है कई सागोन के पेड़ो को काटकर फेंक दिया हैं और कई पेड़ो में कुल्हाड़ी से कट लगाकर छोड़ दिए गए हे ताकि सुनने के बाद उनको आसानी से जला दिया जाए वन माफिया इतने सक्रिय होकर वनों को काट कर जमीन बना रहे हैं और वन परिक्षेत्र चिकलोद के बिट गार्ड और वन पाल को इसकी भनक तक नहीं लग भग बीस अकड़ भूमि में जंगल को काटकर खेत बनाने की भनक तक नहीं ऐसा प्रतीत होता है या तो नाकेदार डिप्टी रेंजर अपनी बिट में गश्त नही करते या इनकी ही मिली भगत से जंगल को काट कर खेत बनाए जा रहे हैं इतने लंबे समय से पेड़ काटकर अतिक्रमण किया जा रहा हे और अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं दर्जनों भर सागोन के पेड़ काटकर छोड़ दिया जिनपर वन रक्षक और डिप्टीरेंजर द्वारा नंबर तक नही डाले गए हे न ही भू माफिया न वन माफिया के ऊपर कोई कार्यवाही की गई है जिस तरह पेड़ो को काटकर खेत बनाने अतिक्रमण करना लगातार जारी है



वन अधिकारियों की लापरवाही और वनों को काटने वालों की दबंगाईं से शासन को लाखो की हानि होती दिखाई दे रही है जहा एक तरफ मध्यप्रदेश सरकार पर्यावरण बचाने पेड़ लगाने के लिए लाखो करोड़ों रुपिया खर्च कर रही हैं वही उनकी सरकार के सरकारी नुमाइंदे पहले तो हरे भरें जंगलों को काटने की शह देते हे जंगलों को काटने का संरक्षण देते हे फिर पौधा रोपण के नाम पर दिखावा करते दिखाई देते हैं जब 40 साल से पले बड़े पेड़ो की सुरक्षा नही कर सकते तो क्या छोटे पोधो की सुरक्षा करेंगे जब के शासन इन वनों की रक्षा के लिए ही इनको नोकरी पर रखकर अच्छी खासी पगार देती है और वन रक्षक वन पाल बिट में न रहना जंगलों में गश्त न करना इसी लापरवाही के कारण जंगल कटते हैं जब के करोड़ों पौधे वन विभाग में आते है लगने के लिए और सुख जाते है पहले बड़े बड़े पेड़ कटवा दिए जाते हे फिर ग्रीन इंडिया के नाम पर तार फेंसिंग करवा कर पेड़ के बजाए पत्थरों की देख भाल की जाती है ऐसे है कुछ वन कर्मियों के कारनामे जिस तरह अब भूरी टेकरी के जंगल को काटकर अतिक्रमण कर खेत बनाए जा रहे हैं

इस संबंध में जब हमने वन परिक्षेत्र अधिकारी चिकलोद संजय सिंह को जंगल काटने अतिक्रमण होने की जानकारी फोन लगाकर देना चाहिए तो रेंजर संजय सिंह ने पत्रकारों का फोन रिसीव करना उचित नहीं समझा
इस संबंध में डिप्टी रेंजर कैलाश मालवी जी को जंगल कटने अतिक्रमण होने की जानकारी दी गई तो उनका कहना है मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है आप बता रहे हैं तो में दिखवाता हूं