


*सुल्तानपुर थाने पदस्थ तीन पुलिस कर्मी पर रिश्वत लेने के आरोप रायसेन पुलिस अधीक्षक ने किया तीनो को निलंबित*
*संवाददाता रामचरण मैथिल*
थाना सुल्तानपुर क्षेत्र में वैसे तो अवैध शराब का कारोबार चरम सीमा पर है अवैध शराब की तस्करी काला बाजारी सुल्तानपुर क्षेत्र के गांव गांव की जा रही हैं सुल्तानपुर रायसेन रोड से लेकर सुल्तानपुर जोड़ नेशनल हाइवे तक सभी ढाबे पर अवैध शराब बेची जा रही हैं तो सुल्तानपुर की होटलों से लेकर किराना दुकान तक पे अवैध शराब बेचने का कार्य चल रहा है और पुलिस देखकर आंखे बंद कर लेती हे मानो कुछ देखा ही नहीं और कार्यवाही शराब माफियाओं पर केसे हो क्योंकि कुछ खाकी वर्दी वालो का संरक्षण प्रात हैं जिस तरह बाइक से खुलेआम अवैध शराब की पेटियां बेखौफ दिन दहाड़े ले जाते हैं तो कभी फोर विल से गांव गांव शराब की पेटियां सप्लाई की जाती हैं लेकिन आबकारी और पुलिस को दिखाई नही देता और दिखे भी केसे क्योंकि शराब पकड़कर छोड़ने के पैसे जो मिल जाते है ऐसा हम नही कह रहे ऐसा कारनामा तीन पुलिस वालो का सामने आया है सुल्तानपुर थाने के तीन पुलिस कर्मियों का देखने और सुनने को मिला हैं जहा थाना सुल्तानपुर के तीन पुलिस कर्मीयो पर अवैध शराब ले जाती ट्रेक्टर ट्राली पकड़ने और पैसे लेकर छोड़ने के गंभीर आरोप लगे हैं सुल्तानपुर थाना में पदस्थ प्रधान आरक्षक राजा राजपूत विनय दुबे आरक्षक अजय बिहारी ने शराब ले जाती ट्रेक्टर ट्राली पकड़ी थी सूत्रों ने बताया उसे छोड़ने की अच्छी खासी मोटी रकम वसूली थी और उसे छोड़ने के बाद युवक को फसाने की धमकी दे डाली थी डरा घबराया हुआ फरयादी ने पुलिस अधीक्षक रायसेन विकास कुमार शाहवाल को आप बीती सुनाई और लिखित में आवेदन देकर शिकायत की तो एसपी महोदय ने पहले तो उसे डाट फटकार लगाई फिर फरयादि ने आरोपों के कुछ सुबूत रायसेन एसपी साहब को दिए जिसकी एसपी साहब ने जांच करवाई जांच के बाद सत्य पाए जाने पर तीनो पुलिस कर्मियों को निलम्बित करने के आदेश जारी कर दिए अब हम आपको बता दें एक वर्ष पहले भी इसी थाना सुल्तानपुर में पदस्थ राजा राजपूत की ड्यूटी 100 डायल पर लगाई गई थी एक दिन की ड्यूटी में ही राजा राजपूत ने एक महिला को गंदी गंदी गालियां दी थी अभद्र भाषा का उपयोग किया था जिसकी रिकार्डिंग ने सोशल मीडिया न्यूज चैनल प्रिंट मीडिया पर सुर्खियां बटोरी थी जिसपर इन्हे लाइन अटेज कर दिया था उसके बाद भी राजा साहब नही माने रम्मपुरे गांव के भी किसी आदिवासी द्वारा पैसे लेकर दबाव बनाने को लेकर इनकी शिकायत की गई थी ये जनाब फिर निलंबित हुए अभी कुछ महीने ही हुए थे ड्यूटी पर आए और फिर ट्रेक्टर ट्राली छोड़ने पैसे लेने के आरोप में निलाबित हो गए राजा राजपूत पर तीन बार निलंबित लाइन एटेज की कार्यवाही हो चुकीं है वैसे भी कई वर्षो से देखा जा रहा है थाना सुल्तानपुर में पदस्थ कुछ ऐसे भी पुलिस कर्मी है जो कई सालो से यहां पदस्थ है अगर लाइन हाजिर होते है बहाल होने पर थाना सुल्तानपुर ही आते हे ट्रांफर होता हे तो दो चार महीने भर दूसरे थाने में रहते हैं उसके बाद फिर सुल्तानपुर थाना आ जाते है आखिर ऐसा क्यों हे जब के नियम अनुसार किसी भी विभाग में तीन साल में तबादले हो जाते हे जो नियम में आता है लेकिन इनका ट्रांफार होता हे तो दोबारा वही आने का नियम नही हे लेकिन थाना सुल्तानपुर के कुछ पुलिस कर्मी कुछ दिन बाद ही इसी थाने में आ जाते हे अब बात करें देश भक्ति जन सेवा की तो पुलिस अगर इसी तरह पैसे लेकर अपराधी शराब माफिया गुंडे बदमाशो को छोड़ती रहेगी तो लोगो का पुलिस पर से विश्वास खतम हो जाएगा और लोग इंसाफ की गुहार लगाना छोड़ देंगे न्याय मांगने किसके पास जाएंगे