सुल्तानपुर ग्राम पंचायत ईंटखेड़ी के ग्राम कोड़री एवं झालपाल के ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव कर कलेक्टर को सोपा ज्ञापन ग्रामीण बोले देश की आजादी के आठ दशक बीत जाने के बाद पक्की सड़क से नहीं जुड़े हैं गांव ग्रामीणों ने और महिलाओं ने अधिकारियों को सुनाई खूब खरीखोटी



रायसेन। तहसील सुल्तानपुर सर्किल के अंतर्गत आने वाले ईटखेड़ी से कोडरी और झालपाल तक देश की आजादी के आज दशक बीत जाने के बाद भी यह गांव पक्की सड़क से नहीं जुड़े हैं जिससे ग्रामीण खाते परेशान है मंगलवार को जनसुनवाई में ग्रामीण और महिला का सब्र का बांध टूट पड़ा उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों को खूब खरी खोटी भी सुनई कहा कि गांव में अब जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को घुसने नहीं दिया जाएगा ।कहा कि हम लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। जनप्रतिनिधि और अधिकारी मस्त हैं। बारिश के मौसम में घुटनों कीचढ़ की वजह से भगवान से यह प्रार्थना करते हैं कि हे भगवान कोई भी बीमार न पड़ जाए यदि कोई बीमार पड़ जाता है तो उसे ले जाना अस्पताल मुश्किल हो जाता है और गर्भवती महिलाओं को इलाज के लिए चारपाई पर लिटाकर ले जाना पड़ता है। हमारी सड़क की जटिल समस्या पर आज तक किसी ने ध्यान नहीं दिया। इटखेड़ी से कोंडरी और झालपाल तक पक्की सड़क का निर्माण नहीं हुआ है जिससे बारिश के इस मौसम में ग्रामीण महिलाओं को घुटनों की कीचड़ से होकर मुश्किल भरा रास्ता तय करना पड़ रहा है ।एक-दो साल की बात नहीं है बल्कि देश की आजादी के पूरे आठ दशक गुजर जाने के बाद भी अधिकारियों और जिम्मेदार् जनप्रतिनिधियों ने सड़क बनवाने में कोई रुचि नहीं दिखाई है। इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व भोजपुर विस के भाजपा विधायक सुरेंद्र पटवा करते हैं। उन्होंने क्षेत्रीय विधायक पर भी क्षेत्र के विकास में रोड़ा बनने और सड़क न बनाए जाने पर सौतेला व्यवहार के आरोप लगाए हैं।झालपाल 50 घरों की बस्ती है और कोडरी 100 घरों की बस्ती है।छटवीं क्लास की छात्राएं भी रोजाना कीचड़ भरे रास्ते से गुजरकर आवागमन करने विवश होना पड़ रहा है।ईंटखेड़ी से कोडरी झालपाल का रास्ता सारा दलदल भरा हो चुका है।ग्रामीणजनों को कठिन भरे कीचड़ युक्त रास्ते से सुल्तानपुर आना जाना पड़ता है।