7 राज्यों में हुए उपचुनाव के नतीजों ने स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा द्वारा बुना गया ‘भय और भ्रम’ का जाल टूट चुका है।
किसान, नौजवान, मज़दूर, व्यापारी और नौकरीपेशा समेत हर वर्ग तानाशाही का समूल नाश कर न्याय का राज स्थापित करना चाहता है।
अपने जीवन की बेहतरी और संविधान की रक्षा के लिए जनता अब पूरी तरह से INDIA के साथ खड़ी है।
जय हिंदुस्तान, जय संविधान।
मेरे लिए विपक्ष का नेता सिर्फ एक पद नहीं – देश की जनता की समस्याओं को जानकर, उन्हें संसद में पूरी निष्ठा के साथ उठाना ही मेरा कर्तव्य है।
और, मैं तब तक नहीं रुकूंगा जब तक हिंदुस्तान की जनता को उनका हक़ और न्याय नहीं दिलवा देता।